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तुम दाम देके मोल लिए गए हो ककेप 195

निम्न कोटि की अभिलाषाएं देह में घर कर लेती हैं जिसके द्वारा वे कार्य करती हैं.शारीरिक अभिलाषाए निम्न पतित प्रकृति का आलिंगन करती हैं; शरीर स्वयं परमेश्वर की इच्छा के प्रतिकूल कार्य नहीं कर सकता. हमें आदेश दिया गया है कि शरीर को उसकी रागों और अभिलाषाओं समेत क्रूस पर चढ़ा दें. हम इसे कैसे करें? क्या देह को दु:ख देवें? नहीं; पर पाप करने के प्रलोभन को मार डालें. भष्ट विचार को निकाल डालें.प्रत्येक विचार को यीशु मसीह की दासता में लाइए.पाश्विक प्रवृत्तियों को आत्मा की उच्च शक्तियों के प्रभुत्व को स्वीकार करना चाहिये. परमेश्वर के प्रेम का आधिपत्य होना जरुरी है.मसीह को अविभाजित सिंहासन पर विराजमान होना चाहिए.हमारी देह उसकी मोल ली हुई सम्पति जैसी समझना चाहिए.देह की इन्द्रियों को धार्मिकता के हथियार बनना चाहिए.  ककेप 195.3