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परमेश्वर का चरित्र दर्शाना ChsHin 189

परमेश्वर हर एक को इस्तेमाल अलग-अलग तरह से कर सकता है। वह अपना आत्मा उसके जीवन में डाल सकता है। वह काम जो परमेश्वर के स्वरूप को दर्शायेगा, वही उसे ग्रहण योग्य होगा। उसे शिष्यों को उसके गुणों को उसके स्वरूप को लोगों को दिखाना है। कभी न मिटने वाला स्वरूप जिसमें अनन्त सिद्धांत षामिल है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 7:144) ChsHin 189.3

यीशु खीश्ट का नाम उनके लिये सांकेतिक षब्द था, उनकी अलग पहचान का चिन्ह, उनकी एकता का सूत्र, उनके काम करने का अधिकार और उनकी सफलता का माध्यम। उसके राज्य में कुछ भी ऐसा नहीं था जिसमें प्रभु यीशु का नाम और उसका चिन्ह न हो। (द एक्ट्स ऑफ अपॉसल्स- 28) ChsHin 189.4