इजराइल के शासक और प्रधान अधिकारियों का एक बड़ा भाग इस महान कार्य को करने के लिये आगे आये किन्तु वहाँ कुछ तकोवाइ प्रधन भी आ गये, जिन्होंने परमेश्वर की किताब में लिखे ईमानदार सेवकों के नाम, परमेश्वर का किताब में लिये गये है। और उन आलसी सेवकों का काम भी लज्जा के रूप में लिखा गया और आने वाली पीढ़ी को इसकी चिनौती दी गइ। हर एक धार्मिक आन्दोलन में कुछ ऐसे लोग होते है जो सीधे ये तो नहीं कहते कि यह पभु का काम है, किन्तु काम से आप को अलग रखते हैं, इंकार करते हुये कि इस काम की बढोत्तरी में कुछ प्रयास नहीं करेंगे। किन्तु जब ऐसे व्यक्तियों के व्यक्तिगत, रूचि के काम होते तब इनकी सक्रियता और जोश देखते ही बनता है ये स्मरण रखना अच्छा है कि परमेश्वर के पास एक किताब में लेखा-जोखा रखा जा रहा है। जिसमें हमारे सारे इरादे, विचार और कार्य लिये जा रहे हैं वह किताब जिसमें कोई गलती कोई भूल, नहीं होगी। उसी के अनुसार हमारे न्याय होगा। उसमें हमारे द्वारा गवाये गये उस हर एक अवसर के बारे में बाकायदा लिखा गया होगा। जब हमने प्रभु का काम करने से इंकार किया। साथ ही वह हर एक भरोसा, प्रेम, नम्रता से किये गये कार्य, हमेशा के लिये स्मरण किये जायेगें। (द सदर्न वॉचमेन 45 अप्रैल 1904) ChsHin 243.1