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धार्मिक जोश और ऊपरी दिखावा/ढोंग ChsHin 53

षैतान अब अपने वह सारे हथकण्डे तथा धोखा देने वाली षक्ति का इस्तेमाल परमेश्वर के लोगों को तीसरे स्वर्गदूत के संदेश की गहराई से दूर करने में लगा रहा है, जिसका पूरे संसार में जोश-खरोष में पूरी ताकत से प्रचार करना जरूरी है। जब भी परमेश्वर के अभिशिक्त लोग पैतान के जाल से निकलकर प्रभु के काम को करने के लिये अलग होते हैं, प्रभु की ChsHin 53.1

ओर फिरते हैं तब पैतान भी अपना प्रबल दांव उन पर लगाता है। उन्हें ६ गर्मान्धता में और केवल दिखावे के काम की ओर फेर देता है। जिससे लोग उसी के कब्जे में रहें, उसी की उपज के भाग हों। अभी वह समय है कि हमें बिना विलम्ब किये चौकस रहना है। चौकस रहो षैतान की हर एक उस चाल से जो वह हम पर चलना चाहता है। उसकी हर जाल को नाकाम करों जो वह हमारे लिये बुनता है। (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड- 24 जनवरी, 1893) ChsHin 53.2

हमारे कलीसियाओं में नैतिकता की बातें करने वाले बड़े-बड़े लोग है; और ऐसे दिखावटी काम करने वाले भी अनेक लोग मिल जायेंगे, जो जगत की ज्योति बनने या कहलाने के योग्य नहीं। (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड- 24 मार्च, 1891) ChsHin 53.3