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दो-दो कर भेजा जाना ChsHin 165

अपने सब चेलों को पास बुलाकर यीशु ने दो-दो करके उन्हें नगरों व गाँवों में जाने को कहा। कोई भी अकेला नहीं भेजा गया। किन्तु भाई के साथ भाई और मित्र के साथ मित्र। इस प्रकार वे एक दूसरे की मद्द कर उत्साहित कर सकते, एक दूसरे को सलाह दे सकते, दोनों मिलकर प्रभु से प्रार्थना कर सकते और हरेक की ताकत, दूसरे की कमजोरी को ताकत प्रदान कर सकती थी। ठीक इसीप्रकार आगे चलकर उसने सत्त्तर को प्रचार करने भेजा। उद्धारकर्ता यीशु का यह मकसद था कि सुसमाचार प्रचार करने वाले संदेश वाहक इसी तरह एक दूसरे के सहयोगी हों हमारे अपने समय के यही प्रचार कार्य कहीं ज्यादा सफलता प्राप्त करेगा यदि यही उदाहरण ज्यादा नज़दीकी से पालन किया गया। (द डिज़ायर ऑफ एजेज-350) ChsHin 165.4