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स्वर्ग से भेजा गया अवसर ChsHin 270

हमारे अपने देष में हजारों लोग अन्य देषों से भाशाओं से और बहुत से लोग प्रभु को न जानने वाले, जादू-टोना व अधंविष्वास करने वाले लोग है जो बाईबल के बारे में नहीं जानते और उसकी षिक्षाओं से भी अंजान है। उनके अमेरिका आने में परमेष्वर का हाथ है ताकि वे उसे वचन की ज्योति में आकर सच्चाई जो परमेष्वर के वचन में हैं। लाये जायें और उसके विष्वास द्वारा उद्धार पाने के हकदार है। (द रिव्यू एण्ड हैरल्ड 1 मार्च 1887) ChsHin 270.1

परमेष्वर ने अपनी दूरदर्षिता से मनुश्यों को हमारे दरवाजे तक लाया है कि उन्हें बाहों में डाल के ताकि हम उन्हें सच्चाई सिखाये और वे इस काम को करने में निपुण हो जाये और वह काम करें जो हम नहीं कर सके। कि हम विभिन्न भाशा बोलने वालों को सच्चाई न बता सके। (द रिव्यू एण्ड हैरल्ड 25 जुलाई 1918) ChsHin 270.2

अनके विदेषी यहाँ इसीलिये प्रभु की दूरर्षिता के कारण जाये गये है कि वे इस वर्तमान समय के सत्य को जान सकें। और वचन से आपको तैयार करें, जिससे जब वह अपने घर वापस लौटे तो अपने हाथ में वह कीमति ज्योति की मषाल लिये हुये जायें जो सीधे परमेष्वर के सिंहासन से निकली हैं। (पेसिफिक यूनियन रिकार्डर 21 अप्रैल 1910) ChsHin 270.3

इस क्षेत्र से बाहर प्रभु परमेष्वर के काम करने से काफी फायदे होंगे। अगर हमारे ईमानदारी के प्रयास उन विदेषी लोगों के लिये किये जायें जो हमारे देष के षहरों में हैं। इन स्त्री व पुरूशों में से कुछ हैं जो सच्चाई को ग्रहण किये है, जल्दी ही अपने देष के लोगों और साथ में विदेषियों के लिये भी परिश्रम करें। और उनमें से कई वापस अपने देष लौट कर अपने मित्रों को सच्चाई और प्रभु यीषु में आषा रख जीत सकते है। वे उनके संबंधि यों और भाई-बन्धुओं, पड़ौसियों को तीसरे स्वर्गदूत के संदेष के बारे में बतायें। (द रिव्यू एण्ड हैरल्ड 25 अक्तुबर 1914) ChsHin 270.4