लोगों को स्वास्थ्य सुधार के सिद्धांत सिखाने के बड़े प्रयास करना चाहिये, कुकिंग षालायें स्थापित होना चाहिए। घर-घर जाकर पौश्टिक भोजन बनाने की कला के बारे में निर्देश दिये जाने चाहिये। वृद्ध एवं नौजवान सभी को साधारणतया भोजन बनाना सीखना चाहिए। जब भी सच्चाई प्रस्तुत की जाना हो, लोगों की यह भी सीखाना चाहिये कि भोजन को साधारण होने के साथ-साथ स्वादिश्ट और भूख बढ़ाने वाला कैसे बनाया जा सकता है। ChsHin 79.2
उन्हें ये दिखाया जाना चाहिये कि पौश्टिक खाना बिना माँस के भी प्राप्त किया जा सकता है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च- 9:16) ChsHin 79.3
हर जगह जहाँ कलीसियायें हैं वहाँ लोगों को षरीर को ताकतवर बनाने लायक भोजन साधारण तरीके का प्रयोग करके बनाना सिखाया जाना चाहिए तथा सदस्यों को अपने पड़ौसियों के साथ उस सच की रौशनी को बांटना चाहिये, जो उनके भोजन व रोटी से भी संबंध रखती हैं। (गॉस्पल वर्कर्स- 362) ChsHin 79.4