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एक स्वर्गीय स्तर ChsHin 83

परमेश्वर हम से चाहता है कि हम पूरी शिक्षा प्राप्त करें। इस बात को ध्यान में रखें कि वही ज्ञान हमें दूसरों को बाँटना है। किसी को पता नहीं कि कब और कैसे उन्हें प्रभु का काम करने के लिये बुलाहट होगी, कि प्रभु का वचन सुनाया जा सके। हमारा स्वर्गीय पिता जानता है कि उसे मनुश्य से क्या करना है। हमारे सामने कई संभावनायें हैं, जो हमारा कमजोर विश्वास उसके बारे में नहीं विचार करता। हमारा मस्तिश्क इतना प्रवीण होना चाहिये कि यदि जरूरत पड़े तो संसार की बड़ी हस्तियों के सामने भी प्रभु का वचन सुनाने के लिये तैयार हों और इस तरह प्रभु की महिमा करें। (क्राइस्ट ऑबजेक्ट लैसन्स- 333, 334) ChsHin 83.2

कौन है जो परमेश्वर के दाख की बारी में जाने और काम करने की तैयारी कर रहा है? प्रभु परमेश्वर नकारा लोगों से खुष नहीं होता। वह हमें सबसे बढ़िया और सर्वोच्च तरीके से उसके द्वारा दिये गये गुणों का इस्तेमाल, जितना ज्यादा हो सके उतना करना चाहता है। (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड- 2 अप्रैल 1889) ChsHin 83.3