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मसीही सेवकाई - Contents
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    आलसी कलीसिया के लिये एक निवेदन

    एक सोई हुई कलीसिया से गुजारिश ये बड़ी ही अजीब व रहस्य की बात है, कि जहाँ सौ लोग काम में लगे होने चाहिये थे वहाँ केवल एक ही काम में लगा हैं। स्वर्ग और उसकी सेना, उन लोगों की यह काम चोरी, निश्क्रियता और काम के प्रति सूचीबद्धता न पाकर अचंभित होते है, उनके लिये जो अपने आप को परमेश्वर के बेटे और बेटियाँ होने का दावा करते है। सच्चाई में जीवन देने की षक्ति है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 9:42)ChsHin 116.2

    हम कभी भी बिना कुछ काम किये और आलसी होकर अपने आपको नहीं बचा सकते है? ऐसा कोई कारण दिखाई नहीं देता कि कोई सच में प्रभु में विश्वास करने वाला मजबूर हो और अपना जीवन व्यर्थ में कुछ काम किये बिना ही बिता दे। और ये असंभव है कि ऐसा कोई स्वर्ग जा सके। कोई भी ऐसा निश्काम व्यक्ति स्वर्ग में प्रवेश नहीं कर सकता। जो इस पथ्वी पर परमेश्वर का काम करने से इंकार करता है वह स्वर्ग में भी सहयोग नहीं करेगा। ऐसों का स्वर्ग में पहुँचना सुरक्षित नहीं होगा। (क्राइस्ट ऑबजेक्ट लेसन्स — 280)ChsHin 116.3

    सम्पूर्ण स्वर्ग बड़ी उत्सुकता से यह देख रहा है कि कलीसिया का हर एक सदस्य अंधेरे में बैठे लोगों को प्रभु की रौशनी में लाने के लिये क्या काम कर रहे है? (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड- 27 फरवरी 1894)ChsHin 117.1

    तुम्हें इस बात को गंभीरता से लेना चाहिये कि तुम्हारा संबंध महान परमेश्वर के साथ है और वह कोई बच्चा या नादान नहीं जिसे तुम बातों से बहला सकते हो, न ही उसके बताये काम को अपनी इच्छा हो तब करोगे और चाहो तो बिना किये छोड़ भी सकते हो। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 2:221)ChsHin 117.2

    स्वर्गीय प्रबुद्ध षक्तियाँ मानवीय माध्यमों के साथ सहयोग करने के लिये प्रतीक्षा कर रही हैं किन्तु कलीसिया के लोगों ने उनकी उपस्थिति की परवाह ही नहीं की। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 6:297)ChsHin 117.3

    स्वर्ग दूतों की सेना भी मनुश्यों व कलीसिया के सदस्यों के साथ उस महान कार्य में सहयोग करने के लिये प्रतीक्षा कर रही है। वे अभी भी इंतजार कर रहे हैं, अब तक उनसे मद्द पाने के लिये कोई आया ही नहीं, वे तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं। (टेस्टमनी फॉर द चर्च — 9:46, 47)ChsHin 117.4

    अनेकों-अनेक ऐसे लोग हैं, जो प्रभु का दिन नजदीक आने के बाद भी कुछ नहीं कर रहे, अपनी जिम्मेदारियाँ से पीछे हट गये हैं। और धार्मिक होने के मामले में बौने ही रह गये हैं। अब तक के उनके जीवन के इतिहास के पन्ने केवल खाली होने के अलावा कुछ नहीं। वे प्रभु के बाग के वक्ष तो हैं लेकिन केवल उतनी भूमि व्यर्थ में घेरे हुये हैं। यदि वहाँ काई अन्य फलदार वक्ष लगाया होता जो वह कम से कम फल तो देता। (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड — 22 मई 1888) ChsHin 117.5

    उन लोगों के लिये जो प्रभु के लिये कुछ नहीं करते यह बड़ी गंभीर बात है कि प्रभु का आतम उनके साथ ज्यादा समय तक नहीं रहेगा। उसके अनुग्रह से वे दूर हो जायेंगे जिनके पास सारे साधन उपलब्ध है और साथ ही अवसरों की भी कमी नहीं। वे तो केवल चुप बैठे रहते हैं। (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड- 22 अगस्त 1899) ChsHin 117.6

    अब सोने का समय बाकी नहीं रहा, व्यर्थ बातों में समय गंवाने से भी कोई फायदा नहीं। जो अभी भी नींद में गाफिल सोते हैं वे किमती समय व अवसर गंवा देंगे, जबकि वे प्रभु के लिये अच्छे काम कर सकते हैं। हमें आषीश भरी नेमत मिली है, कि हम परमेश्वर के खेत में से फूले बटोरने का काम करें और हर एक जीती गई आत्मा प्रभु यीशु के ताज में एक सितारे जैसा होगा, जो हमारे महिमामयी प्रभु हमारे उद्धारकर्ता का होगा। वह प्रभु जो अपने युद्ध के हथियारों को व्यवस्थित कर रहा है, ताकि युद्ध को थोड़ा आगे बढ़ाया जा सके। तब तक उसे नई जीत नहीं मिल जाती और नई-नई ट्रॉफियाँ अनन्त काल के लिये प्राप्त नहीं हो जाती। (द रिव्यू एण्ड हैरल्ड- 25 अक्टूबर 1881) ChsHin 117.7

    स्वर्गीय संदेश वाहक अपना काम लगातार कर रहे हैं पर हम क्या कर रहे हैं ? भाईयों और बहनों, प्रभु हमें बुलाता है कि हम समय बचायें, प्रभु के निकट आयें। अपने आंतरिक गुणों को ऊबारे और जो सत्य को बहुत करीब से अच्छी तरह से जान ने का षुभ अवसर प्राप्त कर चुके हैं, अपने उस ज्ञान को दूसरों में बाँट कर लोगों की भलाई करें। (हिस्टॉरिकल स्केचेज़- 288) ChsHin 118.1

    बार-बार प्रभु की प्रार्थना में यह दोहराना, “तेरा राज्य आये, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पष्थ्वी पर भी हो।’ कहां तक सही है जब कि हम अपने घरों में बैठे हुये प्रभु की सच्चाई की रौशनी दूसरों तक पहुँचाने के काम में मद्द नहीं करते। किस तरह आप अपने हाथों को उठाकर परमेश्वर से अपने और अपने परिवार के लिये आशीशों की बारिश की दुआ मांग सकते हो ? जब कि दूसरों के लिये आप कुछ करते ही नहीं। (हिस्टॉरिकल स्केचेज़- 288) ChsHin 118.2

    हमारे बीच में कई है जो यदि अपने आप के बारे में सोचे तो पायेंगे कि उन्होंने परमेश्वर के दिये हुये गुणों का उपयोग प्रभु के काम में न करने से प्रभु का इंकार किया है। भाइयों और बहनों, हमारा उद्धारकर्ता प्रभु और उसके सारे स्वर्गदूत हमारे कठोर हृदयों के प्रति बहुत ही खेदित हैं। प्रभु यीशु ने तो अपनी जान दे दी कि सभी बचाये जायें किन्तु तुम्हें तो पता है कि वह कितनी प्रेमी है, उसके इस अनुग्रह को लोगों तक पहुँचाने को छोटा सा काम भी नहीं कर सकते, जिनके लिये उसने क्रूस की मष्त्यु को सहा। इतनी लापरवाही और कर्त्तव्य के प्रति नकारात्मकता स्वर्गदूतों को अचम्भित करती हैं। न्याय के दिन तुम्हें उन आत्माओं से सामना करना पड़ेगा, जिन्हें तुमसे प्रभु का समाचार नहीं सुनाया उस न्याय के महान दिन तुम आप ही अपराधी ठहरोगे और खुद ही दण्ड के भागीदार होगें। काश की प्रभु आज ही तुम सब लोगों को पछतावे का अवसर प्रदान करें। काश की प्रभु उन्हें क्षमा करें। जिन्होंने उसकी दाख की बारी में काम करने से इंकार किया, जो काम उन्हें सौंपा गया था। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 6:425, 426)ChsHin 118.3

    कलीसिया के उन आलसी लोगों को क्यसा कहा जाये कि वे यह महसूस करें कि उन्हें अपना गुण लोगों में बांटना हैं, ताकि वे भी बदल जायें। क्योंकि परमेश्वर के राज्य में कोई भी आलसी और काम चोर न होगा। काश की परमेश्वर इस बात को सारी सोई हई कलीसियाओं के लिये विशेश महत्व देने को कहे; काष की प्रभु की सियोन नगरी उठ खड़ी हो, अपना वह सुन्दर महीन वस्त्र पहन ले और प्रभु की ज्योति से ज्योतिमान हो जाये । (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 6:434)ChsHin 119.1

    वही काम हम सब को करना है जो दूसरों ने हमारे लिये किया था, जब हम अंधकार में थे। और हमें प्रभु यीशु की सच्चाई से परिचित कराया गया था। बहुत देर हो चुकी है कलीसियायें अभी भी सो रही हैं, निश्क्रिय है। अब तक कई आत्माओं को सच्चाई की रौशनी प्रदान कर दी जानी थी। प्रभु ने प्रत्येक को अपना काम सौंपा है। अपने काम को करते हुये हम आगे बढ़ें न कि पीछे हो जायें। हर दिन लोगों के मनों को बदलने काम तेजी से होना चाहिये। हर एक के हृदय परमेश्वर के प्रेम से धड़कने लगें। चुप न हों जायें किन्तु आत्माओं की जीतने का माध्यम बनें। (द रिव्यू एण्ड हैरल्ड- 10 जून 1880) ChsHin 119.2

    प्रभु यीशु चाहते हैं कि हर एक परमेश्वर का बेटा व बेटी सिर्फ पाप व बुरे कामों से दूर न हों बल्कि लोगों की भलाई के काम भी बढ़-चढ़कर करें। नम्र बने तथा स्वयं का इंकार करें। प्रभु यीशु ने स्वयं इस बात को दर्शाया है कि कार्य करने के नियम तो ‘मन’ में रखे और कार्य रूप में परिवर्तित करने में देरी न करें। वह कहता है, “जिसके पास नहीं है, उससे भी जो दिखाई देता है, ले लिया जायेगा। क्योंकि उन्हें” अवसर तो मिले किन्तु उन्होंने काम में सुधार नहीं लाये। जिन्हें प्रभु का अनुग्रह प्राप्त है किन्तु वे भी यदि निश्क्रिय है और कुछ करने की इच्छा नहीं रखते आखिरकार अपने सोने, नींद में गाफिल होने के कारण सब कुछ खो देगें। आने वाले समय के लिये वे कोई प्रयास कोई काम करना नहीं चाहते और अनुभवी होने की जरूरत नहीं समझते न ही स्वर्गीय बातों पर ध्यान लगा कर स्वयं एवं दूसरों को बताते हैं। ताकि जब उन पर परीक्षा की घड़ी आ पड़े तो वे खड़े रह सकें। जब परीक्षा और ताड़ना आते है तब इस तरह के लोग आत्मविश्वास और भरोसा खो देते हैं और उनका आधार ही नहीं रहता क्योंकि उन्होने अपना आधार पक्का करने की आवश्यकता ही नहीं समझी, उन्होंने अपनी नींव प्रभु यीशु की चट्टान पर रखी ही नहीं। (द रिव्यू एण्ड द हैरल्ड- 27 मार्च 1894) ChsHin 119.3

    उस अंतिम न्याय के दिन ये देखना कितना भयानक होगा कि जिनके साथ हम पारिवारिक रूप से इतने जुड़े हुये थे, वे हम से हमेषा के लिये अलग हो गये हैं। हमारे परिवार के सदस्य षायद हमारे बच्चे बचाये नहीं गये, वे लोग जो हमारे मित्र मिलने-जुलने वाले जो हमारे साथ मेज़ पर खाना खाते थे, खो चुके हैं। तब हम अपने आप से पूछेगे क्या ये मेरे धीरज न धरने के कारण मेरे द्वारा मसीह का सा जीवन न जीने के कारण या फिर मेरे स्वार्थी होने के कारण था कि प्रभु यीशु और मसीही धर्म उनके लिये रूचिकर साबित नहीं हुआ। पूरे जगत को यह चितौनी दी जानी चाहिये कि प्रभु की आमद निकट है। हमारे पास समय बचा ही नहीं और काम करने के लिये कई वर्श बीत गये और अब तो अनन्त काल का समय निकट आ गया है और अब तक परमेश्वर के राज्य की खोज और उसकी धार्मिकता तथा उसकी सच्चाई की ज्योति लोगों तक पहुँच जानी थी। परमेश्वर लोगों को बुलाता है जो सच्चाई जानते और विश्वास में मजबूत हैं, ऐसों पर परमेश्वर के काम का भारी बोझ डाला गया है, जिससे वे न केवल अपने लिये किन्तु दूसरों के लिये वो काम करें जो उन्होंने पहले नहीं किया। हर योग्यता का उपयोग करें, हर षक्ति का प्रयोग करें, हर रोचक गुण व सच्चाई की ज्योति जो मिली है वह दूसरों को ली है। प्रचारक न बने किन्तु प्रभु के सेवक बनें। (द सदन वॉचमेन — 20 जून 1905)ChsHin 120.1