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कलीसिया के लिए परामर्श - Contents
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    सिद्धान्त पर अटल रहने के लिए विनय

    सेवंथ-डे ऐडवेनटिस्ट लोग महत्वपूर्ण सत्यों से सरोकार रखते हैं (1863)चालीस वर्ष से अधिक हुये परमेश्वर ने मुझे स्वास्थ्य सुधार के सम्बंध में विशेष प्रकाश दिया पर आज हम उस प्रकाश में कैसे चल रहे हैं? कितनों ने परमेश्वर के आदेशों की अनुकूलता में चलना अस्वीकार कर दिया है.परमेश्वर के लोगों की हैसियत से हमें उस प्रकाश के समानुपात उन्नति करना चाहिये जो हमने प्राप्त किया है.हमारा कर्तव्य है कि स्वास्थ्य सुधार के नियमों को समझकर उनका आदर करें.संयम परहेजगारी के प्रश्न पर हमें सारे लोगों से आगे होना चाहिये फिर भी हमारी मंडली के बीच ऐसे सुशिक्षित मेम्बर हैं, हां,सुसमाचार के अध्यक्ष भी, जिन्हें परमेश्वर की ओर से दिये गये प्रकाश के लिये बहुत कम आदर हैं.वे इच्छानुसार खाते और इच्छानुसार काम करते हैं.ककेप 293.1

    इस भारी काम में जो शिक्षक तथा नेता हैं उन्हें स्वास्थ्य सुधार का बाइबल के आधार पर दृढ़ता से पालन करना चाहिये,और जो इस बात पर विश्वास करते हैं कि हम इस संसार के इतिहास के अंतिम दिनों में रहते हैं उनको सीधी साक्षी देना.जो लोग परमेश्वर की सेवा करते हैं और वे जो अपनी ही सेवा में व्यस्त रहते हैं इन दोनों के बीच पथकता की लकीर खिंची चाहिये,ककेप 293.2

    मुझे दिखलाया गया कि वे नियम जो संदेश के प्रारम्भिक दिनों में दिये गये थे आज भी इतने ही महत्वपूर्ण हैं, और उन्हें अन्तकरण की शुद्धता से उसी प्रकार समझना चाहिये जैसे उस समय समझे जाते थे.कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने भोजन के प्रश्न पर दिये गये प्रकाश का कतई पालन नहीं किया है.अब समय आ गया है कि प्रकाश को पैमाने के नीचे से निकल कर स्पष्ट चमकदार किरणों में चमकने दें.ककेप 293.3

    स्वास्थ्य जीवन के नियम हमारे लिये व्यक्तिगत रुप में तथा संस्था के रुप बड़े माने रखते हैं.जब स्वास्थ्य सुधार का संदेश मेरे पास आया उस समय मैं निर्बल तथा दुबली,बार-बार मूछ के दौरे के अधीन थी.मैं परमेश्वर से सहायता के लिये प्रार्थना कर रही थी और उसने मेरे सामने स्वास्थ्य सुधार का भारी विषय खोल दिया.उसने मुझे हिदायत की कि जो उसकी आत्माओं का पालन करते हैं उनका उसके साथ पवित्र सम्बंध होना चाहिये और खाने,पीने में परहेजगार होने में उन्हें मस्तिष्क और देह की सेवा के लिये अनुकूल स्थिति में रखना चाहिये.यह प्रकाश मेरे लिये एक बड़ा आशीर्वाद सिद्ध हुआ.यह जानकर कि परमेश्वर मुझे शक्ति व बल देगा मैं स्वास्थसुधार के सिद्धान्तों पर दृढ़ हो गई मेरा स्वास्थ्य आयु के लिहाज से युवावस्था की अपेक्षा कहीं अच्छा है.कुछ लोगों ने यह खबर दी कि मैं ने स्वास्थ्य सुधार के सिद्धान्तों का प्रतिपालन उस अच्छी तरह से नहीं किया जिस प्रकार मैं ने उनका अपनी लेखनी द्वारा समर्थन किया परन्तु मैं कह सकती हूं कि मैं विश्वस्त स्वास्थ्य सुधारक रही हूं.मेरे घर के सदस्य जानते हैं कि यह बात सत्य है.महिमाककेप 293.4